Mukti | मुक्ति क्या है मनुष्य अपनी ताकत से पा सकता है या नहीं
मुक्ति क्या मनुष्य अपनी ताकत से पा सकता है। मुक्ति क्या यात्राओं करने से व नदी-झरनों में स्नान करने व तीर्थ वर्त करने से सम्भव है।
महायजक को लोग धर्म व जाति क्यों जोड़ते है जबकि वह हर मनुष्य के उद्धार के लिए पृथ्वी पर आया था और उसने सत्य का मार्ग दिखाया कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा व उसका उद्धार करेगा जिससे वह जीवन में आनन्द पायेगा और विश्वास में बना रहेगा तो व मुक्ति निश्चय है।
उसने का कहा कि- आदि और अंत मैं हूं, जीवन और मृत्यु मैं हूं, अल्फा और ओमेगा मैं हूं। तू, तेरे विश्वास से मनुष्य जीवन का सर्वोच्च स्थान प्राप्त करेगा।
आप मन से विश्वास कर मुक्त होना चाहते हो
या
अपनी ताकत से (कर्म काण्ड)