देहरादून: होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) (Honda Motorcycle & Scooter India) ने डिजिटल रोड सेफ्टी लर्निंग प्लेटफॉर्म “ई-गुरुकुल” का शुभारंभ किया। यह मंच अगली पीढ़ी को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और सुरक्षित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में हुआ, जो इसे और भी खास बनाता है।
सड़क सुरक्षा शिक्षा में नया अध्याय
ई-गुरुकुल का उद्देश्य डिजिटल माध्यम से सड़क सुरक्षा शिक्षा को आम लोगों तक पहुंचाना है। यह मंच विशेष रूप से बच्चों और युवाओं को सड़क पर जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस विशेष अवसर पर होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
- श्री विनय धींगरा, सीनियर डायरेक्टर, एचआर एंड एडमिनिस्ट्रेशन और ट्रस्टी, होंडा इंडिया फाउंडेशन
- श्री कात्सुयुकी ओजावा, डायरेक्टर, एचआर एंड एडमिनिस्ट्रेशन
इसके साथ ही राज्य सरकार के प्रतिनिधि और विभिन्न अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
ई-गुरुकुल: सड़क सुरक्षा के लिए बहुभाषी डिजिटल समाधान
ई-गुरुकुल प्लेटफॉर्म को उपयोगकर्ताओं के लिए सरल और सुलभ बनाने के लिए इसे हिंदी, अंग्रेजी, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु और तमिल जैसी भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है। इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि यह हर क्षेत्र और उम्र के लोगों के लिए प्रासंगिक हो।
प्लेटफॉर्म पर विभिन्न आयु वर्गों के लिए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए गए हैं:
- 5-8 वर्ष: 7 मिनट का मॉड्यूल
- 9-15 वर्ष: 9 मिनट का मॉड्यूल
- 16-18 वर्ष: 7 मिनट का मॉड्यूल
ई-गुरुकुल को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए egurukul.honda.hmsi.in पर जाया जा सकता है। टियर-1 शहरों के लिए लाइव स्ट्रीमिंग और टियर-2 शहरों के लिए डाउनलोड करने योग्य कंटेंट का विकल्प इस मंच को अधिक प्रभावी बनाता है।
विनय धींगरा का बयान
एचएमएसआई के सीनियर डायरेक्टर, श्री विनय धींगरा ने कहा,
“सड़क सुरक्षा हमेशा से होंडा की सीएसआर रणनीति का अहम हिस्सा रही है। ई-गुरुकुल के जरिए हम सड़क सुरक्षा शिक्षा को छोटे बच्चों के लिए भी सरल और सुलभ बनाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य यह है कि बच्चे जिम्मेदार सड़क उपयोगकर्ता बनें और अपने परिवार व समाज को भी प्रेरित करें। यह पहल होंडा के 2050 के लक्ष्य ‘सड़क दुर्घटनाओं में किसी की मृत्यु न हो’ की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
बच्चों में सड़क सुरक्षा की जागरूकता
होंडा का उद्देश्य बच्चों और युवाओं में सड़क सुरक्षा के प्रति सकारात्मक सोच को विकसित करना है। ई-गुरुकुल के माध्यम से उन्हें सड़क पर सुरक्षित व्यवहार सिखाया जाएगा। यह कार्यक्रम स्कूलों, शिक्षकों और होंडा डीलर्स को एक मंच पर लाकर सड़क सुरक्षा को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देगा। जो स्कूल इस अभियान में भाग लेना चाहते हैं, वे Safety.riding@honda.hmsi.in पर संपर्क कर सकते हैं।
होंडा का सड़क सुरक्षा के प्रति दृष्टिकोण
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया 2050 तक सड़क दुर्घटनाओं में शून्य मृत्यु दर का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथ ही, यह भारत सरकार के 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को आधा करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
इस दिशा में कंपनी के प्रयासों में शामिल हैं:
- देशभर में 10 ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क्स (टीटीपी) और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटर्स (एसडीईसी) का संचालन।
- कुशल प्रशिक्षकों द्वारा सड़क सुरक्षा पर नियमित कार्यक्रम।
- बच्चों, युवाओं और आम जनता तक जागरूकता फैलाने के लिए विशेष पहल।
85 लाख से अधिक लाभार्थी
अब तक, होंडा की इन पहलों से 85 लाख से अधिक भारतीय लाभान्वित हो चुके हैं। कंपनी बच्चों से लेकर बड़े कॉरपोरेट्स तक, हर वर्ग को सड़क सुरक्षा का महत्व समझाने में जुटी है।
सड़क सुरक्षा को शिक्षा का हिस्सा बनाना
होंडा का मानना है कि सड़क सुरक्षा को शिक्षा का स्थायी हिस्सा बनाना चाहिए। इसका उद्देश्य केवल जागरूकता बढ़ाना नहीं, बल्कि बच्चों और युवाओं के दिलों और दिमागों में सड़क सुरक्षा की संस्कृति को गहराई से स्थापित करना है।
Honda Motorcycle & Scooter India
ई-गुरुकुल होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की एक सराहनीय पहल है, जो न केवल सड़क सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देती है, बल्कि इसे हर वर्ग तक पहुंचाने का प्रयास करती है। यह मंच बच्चों, युवाओं और समाज के अन्य वर्गों को सड़क पर सुरक्षित रहने और दूसरों को प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
यह पहल सड़क सुरक्षा के प्रति समाज में जिम्मेदारी और जागरूकता को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी। होंडा का यह प्रयास न केवल एक सुरक्षित भविष्य का वादा करता है, बल्कि एक जिम्मेदार समाज के निर्माण में भी सहायक होगा।