Foundation Day of Kumaun University: कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में आज विश्वविद्यालय का 51वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर दीवान एस. रावत ने स्वर्गीय ठाकुर देव सिंह बिष्ट की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।
कुलपति ने दी शुभकामनाएं, केक काटकर मनाया जश्न Foundation Day of Kumaun University
कुलपति प्रो. रावत ने विश्वविद्यालय के 51वें स्थापना दिवस पर सभी को बधाई दी और इस ऐतिहासिक दिन की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों के साथ केक काटा और मिष्ठान वितरण कर खुशी साझा की। उन्होंने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षा और मानव संसाधन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और आने वाले वर्षों में यह और ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है।
51 वर्षों का समर्पण और उपलब्धियां
कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्थापना 1 दिसंबर 1973 को हुई थी। इसके पहले कुलपति स्वर्गीय प्रोफेसर डीडी पंत थे, जिन्होंने विश्वविद्यालय की नींव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन वर्षों में विश्वविद्यालय ने कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व तैयार किए, जिनमें पद्म विभूषण, पद्म श्री, फेलो ऑफ नेशनल एकेडमी, आईएएस, पीसीएस अधिकारी, प्रमुख शिक्षाविद, और अन्य प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत व्यक्ति शामिल हैं।
कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए योग्य मानव संसाधन तैयार करने का काम किया है। उन्होंने इस विश्वविद्यालय को राज्य के अग्रणी संस्थानों में से एक बताते हुए इसकी भूमिका की सराहना की।
दीप प्रज्वलन और वॉल ऑफ हीरोज पर पुष्पांजलि
कार्यक्रम की शुरुआत वॉल ऑफ हीरोज पर दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कुलपति ने इस अवसर पर वीर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। यह कदम छात्रों में देशभक्ति और वीरता की भावना को प्रोत्साहित करने का प्रतीक था।
कार्यक्रम का आयोजन और अतिथियों की उपस्थिति Foundation Day of Kumaun University
इस महत्वपूर्ण अवसर पर कार्यक्रम का संचालन विजिटिंग प्रोफेसर और निदेशक प्रो. ललित तिवारी ने किया। कार्यक्रम में कई प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रो. संजय पंत, चीफ प्रॉक्टर प्रो. हरीश बिष्ट, कूटा महासचिव डॉ. विजय कुमार, डॉ. नवीन पांडे, विशाल, गीतांजलि, वसुंधरा, आनंद कुमार, नंदा बल्लभ पालीवाल, और डीएस बिष्ट शामिल थे।
विद्यार्थियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। गौरवशाली उत्तराखंडी महिला व्यक्तित्वों के नाम पर समर्पित समूहों जैसे गौरा देवी, केपी, और रानी लक्ष्मीबाई के विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की और कार्यक्रम को एक सांस्कृतिक और शैक्षिक उत्सव का स्वरूप प्रदान किया।
कुमाऊं विश्वविद्यालय का भविष्य और दृष्टिकोण
कुलपति ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के भविष्य की योजनाओं और लक्ष्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता के मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय का लक्ष्य न केवल शैक्षणिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में भी अग्रणी भूमिका निभाना है।
Foundation Day of Kumaun University
51वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम ने कुमाऊं विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपराओं और उपलब्धियों को न केवल याद किया बल्कि इसके उज्ज्वल भविष्य के प्रति नई आशाओं और उम्मीदों को भी प्रोत्साहन दिया। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने इस संस्थान की प्रगति और समृद्धि की कामना की।