World Ayurveda Congress: देहरादून में 12 से 15 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड आरोग्य एक्सपो की तैयारियाँ अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं। इस महत्वपूर्ण आयोजन को लेकर राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों ने पूरी ताकत और समर्पण के साथ इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु कार्यों की जिम्मेदारियाँ सौंपी हैं। कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस सम्मेलन के संचालन और व्यवस्थाओं से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव द्वारा दी गई निर्देशों की प्रमुख बातें
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विभिन्न विभागों को मिलाकर एक टीम के रूप में काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने आयुष, पर्यटन, हॉर्टीकल्चर, उद्योग, कौशल विकास, स्वास्थ्य व संस्कृति विभागों से साथ ही भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से समन्वय बनाए रखने की बात कही। यह आयोजन केवल राज्य के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेद की महत्ता को उजागर करने का एक बड़ा अवसर है।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देशित किया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में आने वाले विदेशी अतिथियों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएं। विशेष रूप से प्रोटोकॉल, सम्पर्क अधिकारियों की सूची को अंतिम रूप देने की बात कही गई है ताकि आयोजन के दौरान कोई भी प्रशासनिक विघ्न उत्पन्न न हो। सुरक्षा व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें आयोजन स्थलों पर फूड और फायर सेफ्टी के साथ-साथ सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाएगा।
स्वच्छता, पार्किंग, और जल आपूर्ति पर ध्यान World Ayurveda Congress
मुख्य सचिव ने नगर निगम को शहर और आयोजन स्थल पर स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नगरपालिका और अन्य संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है ताकि कार्यक्रम स्थल और इसके आसपास का क्षेत्र साफ और व्यवस्थित रहे। इसके अलावा, पार्किंग, बिजली और जल आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था पर भी ध्यान देने को कहा गया है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आने वाले हजारों प्रतिभागियों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो और सभी सुविधाएँ निर्बाध रूप से उपलब्ध रहें।
उत्तराखण्ड की संस्कृति और आयुष एमएसएमई पर फोकस World Ayurveda Congress
मुख्य सचिव ने वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड आरोग्य एक्सपो के आयोजन के दौरान उत्तराखण्ड की संस्कृति, स्थानीय भोजन और पर्यटन स्थल को भी प्रमुखता देने का निर्देश दिया है। यह आयोजन राज्य की ब्रांडिंग के लिए एक अच्छा अवसर है, और इसे इस प्रकार से आयोजित किया जाना चाहिए कि इसमें उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक धरोहर और आयुर्वेद के क्षेत्र में राज्य की विशेषज्ञता का प्रदर्शन हो सके।
मुख्य सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस कार्यक्रम के दौरान उत्तराखण्ड आधारित आयुष MSME (माइक्रो, स्मॉल, एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) और उद्यमों के प्रदर्शन व प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस प्रकार से आयोजन राज्य के आयुर्वेद क्षेत्र को बढ़ावा देगा और राज्य के छोटे और मझोले उद्योगों को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम की विस्तार योजना और कार्यशालाएँ
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड आरोग्य एक्सपो में 12 से 15 दिसम्बर तक 400 से अधिक सत्र आयोजित किए जाने की योजना है, जिसमें आयुर्वेद, स्वास्थ्य, फिटनेस, और आयुष के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इन सत्रों में देश और विदेश के 100 से अधिक प्रमुख वक्ता अपनी जानकारी और अनुभव साझा करेंगे। आयुर्वेद के क्षेत्र में विशेषज्ञों द्वारा आयोजित कार्यशालाएँ और परिचर्चाएँ आयोजन का मुख्य आकर्षण होंगी।
इस कार्यक्रम में विश्वभर से आयुर्वेद विशेषज्ञों, चिकित्सकों, शोधकर्ताओं और विद्वानों को आमंत्रित किया गया है, जो न केवल आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को साझा करेंगे, बल्कि इसके आधुनिक अनुप्रयोगों और विकास के अवसरों पर भी प्रकाश डालेंगे। आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, यह आयोजन एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा, जहाँ आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धतियों को समझने और अपनाने के लिए लोग एकत्र होंगे।
आयुष मंत्रालय का सहयोग और समन्वय
इस आयोजन में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय का सहयोग भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आयुष मंत्रालय ने आयोजन में विशेषज्ञों के चयन, सत्रों के आयोजन और प्रतिभागियों की सूची तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्य सचिव ने आयुष मंत्रालय के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे आयोजन के दौरान राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय सुनिश्चित करें, ताकि कार्यक्रम के सभी पहलुओं को सही तरीके से कार्यान्वित किया जा सके।
उपस्थित अधिकारी और बैठक का सारांश
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, सचिव श्री पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में इस आयोजन से जुड़ी विभिन्न कार्य योजनाओं और प्रगति की समीक्षा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों से यह अपेक्षाएँ व्यक्त की हैं कि वे आयोजन की कार्यान्वयन योजना को सुनिश्चित करें और साथ ही कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए पूरी तैयारी रखें।
World Ayurveda Congress: वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड आरोग्य एक्सपो: देहरादून में आगामी आयोजन की तैयारियाँ
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड आरोग्य एक्सपो का आयोजन देहरादून में 12 से 15 दिसम्बर तक एक ऐतिहासिक अवसर है, जो न केवल आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करेगा, बल्कि उत्तराखण्ड को भी एक प्रमुख आयुर्वेदिक और पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी सरकारी विभागों, मंत्रालयों और स्थानीय प्रशासन का एकजुट प्रयास आवश्यक है। राज्य की सांस्कृतिक धरोहर, स्थानीय खाद्य पदार्थ और आयुर्वेद की समृद्धि को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम को एक आदर्श रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, जो भविष्य में आयुर्वेद क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।